Thumb | Song Heading | Singer | Composer | Lyricist | Actor | Film (Year) | Category |
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Banaa Ke Meraa Muqaddar Bigadne Vaale 4.71 - 24 votes | Mohammed Rafi | Ravi | Shakeel Badayuni | Saira Banu, Pran, Johnny Walker, Joy Mukherjee, Om Prakash, Manorama | Door ki Awaaz (1964) | Sad Songs |
Movie | Film Cast | Singer | Lyricist | Composer | Director | Producer | External Links |
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Door ki Awaaz (1964) |
Joy Mukherjee, Saira Banu, Pran, Om Parkesh, Durga Khote, Johnny Walker, Manorama | Asha Bhosle, Manna Dey, Mohammed Rafi | Shakeel Badayuni | Ravi | D Devendra Goel | Door ki Awaaz at IMDB |
आँख में ख़्वाब तेरे लब पे कहानी तेरी
मुझको तड़पाती है दिन-रात निशानी तेरी
क्या मुझे तूने रुलाने को मुहब्बत की थी
ज़िन्दगी मेरी मिटाने को मुहब्बत की थी
क्या यूँ ही रूठ के जाने को मुहब्बत की थी ..
वाह! शक़ील साहिब का लाजवाब दर्द भरा नग़्मा जिसे रवि साहिब ने बहुत ही मधुर धुन
में पिरोया है और रफ़ी साहिब ने मर्मस्पर्शी आवाज़ में गाकर इस गीत को यादगार
बना दिया है। 1964 में रिलीज़ हुई इस फ़िल्म के लगभग सभी गाने हिट हुए थे। परदे
पर सायरा बानो और जॉय मुख़र्जी की जोड़ी को बहुत पसंद किया गया था। देवेन्द्र
गोयल उस समय के सफलतम निर्माता-निर्देशक माने जाते थे। इस नायाब गीत की याद
दिलाने का बहुत-बहुत शुक्रिया साहा जी।