Thumb | Song Heading | Singer | Composer | Lyricist | Actor | Film (Year) | Category |
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Kahin Door Jab Din Dhal Jaye 4.45 - 2787 votes | Mukesh | Salil Chowdhury | Yogesh | Rajesh Khanna | Anand (1971) | Romantic Songs |
Movie | Film Cast | Singer | Lyricist | Composer | Director | Producer | External Links | Video Links |
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Anand (1971) |
Rajesh Khanna, Amitabh Bachchan, Seema Deo, Sumitra Sanyal, Ramesh Deo, Johny Walker, Lalita Pawar, Asit Sen, Durga Khote, Dara Singh Randhawa, Lalita Kumari, Atma Prakash, Dev Kishan, Gurnam, Moolchand, Savita | Lata Mangeshkar, Manna Dey, Mukesh | Gulzar, Yogesh | Salil Chowdhary | Hrishikesh Mukherjee | Hrishikesh Mukherjee, N C Sippy | Anand at IMDB Anand at Wikipedia | Anand at YouTube | Anand at YouTube - 2 |
कहीं दूर जब दिन ढल जाए, सांझ की दुल्हन, बदन चुराए, चुपके से आए
कहीं दूर जब दिन ढल जाए, सांझ की दुल्हन, बदन चुराए, चुपके से आए
मेरे ख़यालों के आँगन में कोई सपनों के दीप जलाए, दीप जलाए
कहीं दूर जब दिन ढल जाए, सांझ की दुल्हन, बदन चुराए, चुपके से आए
कभी यूँही जब हुईं बोझल सांसें, भर आईं बैठे बैठे जब यूँहीं आँखें
कभी यूँही जब हुईं बोझल सांसें, भर आईं बैठे बैठे जब यूँहीं आँखें
कभी मचल के प्यार से चल के, छुए कोई मुझे पर नज़र न आए, नज़र न आए
कहीं दूर जब दिन ढल जाए, सांझ की दुल्हन, बदन चुराए, चुपके से आए
मेरे ख़यालों के आँगन में कोई सपनों के दीप जलाए, दीप जलाए
कहीं दूर जब दिन ढल जाए, सांझ की दुल्हन, बदन चुराए, चुपके से आए
कहीं तो ये दिल कभी मिल नहीं पाते, कहीं से निकल आयें जन्मों के नाते,
कहीं तो ये दिल कभी मिल नहीं पाते, कहीं से निकल आयें जन्मों के नाते
धनि थी उलझन वैरी अपना मन, अपना ही होके सहे दर्द पराये दर्द पराये
कहीं दूर जब दिन ढल जाए, सांझ की दुल्हन बदन चुराए, चुपके से आए
मेरे ख़यालों के आँगन में कोई सपनों के दीप जलाए, दीप जलाए
कहीं दूर जब दिन ढल जाए, सांझ की दुल्हन बदन चुराए, चुपके से आए
दिल जाने मेरे सारे भेद ये गहरे हो गए कैसे मेरे सपने सुन्हेरे
दिल जाने मेरे सारे भेद ये गहरे हो गए कैसे मेरे सपने सुन्हेरे
ये मेरे सपने यही तो हैं अपने मुझसे से जुदा न होंगे इनके ये साए इनके ये साए
कहीं दूर जब दिन ढल जाए सांझ की दुल्हन बदन चुराए, चुपके से आए
मेरे ख़यालों के आँगन में कोई सपनों के दीप जलाए, दीप जलाए
कहीं दूर जब दिन ढल जाए, सांझ की दुल्हन बदन चुराए, चुपके से आए