Thumb | Song Heading | Singer | Composer | Lyricist | Actor | Film (Year) | Category |
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Wo Khat Ke Purje Uda Raha Tha 4.20 - 5 votes | Jagjit Singh | Jagjit Singh | Gulzar | Marasim (Jagjit Singh) (1999) | Ghazals |
Movie | Film Cast | Singer | Lyricist | Composer | Director | Producer | External Links |
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Marasim (Jagjit Singh) (1999) |
Jagjit Singh | Gulzar | Jagjit Singh | Marasim (Jagjit Singh) at Wikipedia |
वो ख़त के पुर्जे उड़ा रहा था, हवाओं का रुख दिखा था, कुछ और ही हो गया
नुमायाँ, मैं अपना लिखा मिटा रहा था, उसी का ईमां बदल गया है, कभी जो मेरा
खुदा रहा था, वो एक दिन एक अजनबी को, मेरी कहानी सुना रहा था, वो उम्र कम कर
रहा था मेरी, मैं साल अपने बढ़ा रहा था..